WTC 2023: टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह ना मिलने के बाद पहली बार तोड़ी आर अश्विन ने चुप्पी, बतायी अपने मन की पीड़ा

WTC 2023: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का खिताबी मुकाबला…एक तरफ टीम इंडिया के 11 खिलाड़ी बीच मैदान में ऑस्ट्रेलिया की चुनौती का सामना कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ डगआउट में यहां तक टीम को पहुंचानें में सबसे बड़ा रोल निभाने वाले आर अश्विन आखों पर चश्मा पहने, नारंगी रंग की शॉर्ट जर्सी जो टीम के अतिरिक्त खिलाड़ी पहनते हैं, उसे पहनकर शांत मुद्रा में बैठे मैच देखते हुए नजर आए। ये वो खिलाड़ी है, जिसने भारत को फाइनल तक पहुंचानें में अपना पूरा जोर लगा दिया। लेकिन इसे ही खिताब जीतने वाली टीम का हिस्सा नहीं बनाया गया।

आर अश्विन को फाइनल मैच में नहीं मिली थी जगह

फाइनल मैच के पहले ही दिन जब प्लेइंग-11 पता चली और इसमें आर अश्विन का नाम गायब दिखा तो क्रिकेट जगत के बड़े-बड़े दिग्गजों ने इस पर सवाल खड़े किए। अश्विन को इस ग्रैंड फिनाले में ना खिलाने से टीम मैनेजमेंट और कप्तान रोहित व कोच द्रविड़ की जमकर आलोचना हुई। आखिर में टीम इंडिया को इस मैच में करारी हार मिली तो इसके बाद आलोचक और ज्यादा मुखर हो गए और अश्विन को जगह ना मिलने पर बड़ा प्रश्न खड़ा किया।

WTC 2023
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अश्विन ने आखिरकार तोड़ी चुप्पी, बतायी अपने मन की बात

इन सबके बीच अश्विन इसे चुप-चाप देख रहे थे और सुन रहे थे। उनके मन में भी फाइनल मैच खेलने की बड़ी इच्छा थी, लेकिन टीम मैनेजमेंट के फैसले के आगे वो कुछ नहीं कर सकते थे। आखिरकार मैच खत्म होने के कुछ दिन के बाद आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ी और जगह ना मिलने को लेकर खुलकर अपनी बात रखी।

टीम में जगह ना मिलना मेरे लिए नहीं है कोई झटका- अश्विन

तमिलनाडू प्रीमियर लीग में खेल रहे आर अश्विन ने द इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत की, जिसमें उन्होंने कहा कि, मेरे लिए यह कोई झटका नहीं है। यह सिर्फ एक रुकावट की तरह हैं। जब कोई आपको पहली बार गिराता है तो आपको घुटने में झटका लगता है। मुझे लगता है कि आपको कभी-कभार ऐसे गिरते रहना चाहिए ताकि आपको इसकी आदत पड़ जाए और आपको पता हो कि कैसे वापसी करनी है।

भारत को फाइनल में लाने में मेरा रहा था खास योगदान

इसके बाद अश्विन ने आगे कहा कि, मुझे फाइनल में खेलकर बहुत खुशी होती क्योंकि मैंने वहां पहुंचाने में अपनी भूमिका अदा की है। पिछले फाइनल में भी मैंने चार विकेट लिए थे और बहुत अच्छी गेंदबाजी की थी। 2018-19 से विदेशों में मेरी गेंदबाजी काफी अच्छी रही है और मैंने टीम को मैच जितवाने में बहुत अहम भूमिका अदा की है।

मैं एक कप्तान या कोच के तौर पर देख रहा हूं और सिर्फ उनकी नजर से बात कर रहा हूं, उनके पक्ष में बात करूं तो। तो पिछली बार जब हम इंग्लैंड में थे तो टेस्ट सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही थी तो उन्हें लगा होगा कि चार तेज गेंदबाज और एक स्पिनर ही इंग्लैंड में खेलने का सही कॉम्बिनेशन है। और फाइनल में उतरने से पहले उन्होंने इसी बात पर विचार किया था।

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