IPL vs Ranji: क्या है टीम इंडिया में सेलेक्शन का आधार? जानिए किन खिलाड़ियों के साथ हुई नाइंसाफी जिसके बाद बीसीसीआई पर उठे सवाल?

Team India Selection Cateria IPL or Ranji: भारतीय क्रिकेट में पिछले कुछ सालों में इंडियन प्रीमियर लीग ने अपनी एक मजबूत पकड़ बना ली है। आईपीएल से इंडियन क्रिकेट को एक से एक स्टार खिलाड़ी मिल रहे हैं, जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में भी खास पहचान बनायी है। लेकिन जैसे-जैसे आईपीएल को टीम इंडिया में सेलेक्शन का आधार बनाया जा रहा है, वैसे-वैसे ही घरेलू क्रिकेट की सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी का महत्व खत्म होता जा रहा है।

टीम इंडिया में कैसे होता है सेलेक्शन? आईपीएल से या रणजी से

आईपीएल (IPL) के अस्तित्व में आने से पहले भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket) में किसी युवा खिलाड़ी को अपने देश की टीम से खेलने का सपना पूरा करने के लिए रणजी का रण सबसे बड़ा माध्यम माना जाता था, लेकिन अब तो खिलाड़ियों को फटाफट क्रिकेट में ही टेस्ट क्रिकेट के लायक माना जाने लगा है, तभी तो अब भारतीय टेस्ट फॉर्मेट में आईपीएल की काबिलियत पर जगह मिल जाती है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है, कि अब टीम इंडिया (Team India) में सेलेक्शन का आधार क्या आईपीएल ही हो गया है, तो फिर रणजी जैसे ऐतिहासिक टूर्नामेंट का क्या मतलब रह गया है।

IPL vs RANJI
IPL vs RANJI

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एक बार फिर से सेलेक्शन प्रक्रिया पर उठे सवाल

ये बात हम यूं ही नहीं कर रहे हैं, शुक्रवार को वेस्टइंडीज के दौरे के लिए टीम इंडिया का सेलेक्शन हुआ। जिसमें कुछ खिलाड़ियों के नाम देखकर और कुछ खिलाड़ियों के रणजी प्रदर्शन को नजरअंदाज करना इस बात का इशारा कर रहा है कि अब आप रणजी के रण में कितना भी घिस जाओ, कितना भी बड़ा धमाका कर दो, क्योंकि अगर टीम इंडिया के टिकट पाने का सपना पूरा करना है तो आपको आईपीएल पर ही निर्भर रहना होगा।

सरफराज को नजरअंदाज कर टीम में ऋतुराज और यशस्वी की जगह कैसे?

वेस्टइंडीज के खिलाफ भारतीय क्रिकेट टीम के सेलेक्टर्स ने टेस्ट और वनडे सीरीज की स्क्वॉड का चयन किया। इन दोनों ही टीमों में कईं युवा सितारों को मौका दिया गया है। युवा खिलाड़ियों को आगे लाना बीसीसीआई की एक बहुत ही अच्छी पहल है, लेकिन इस टीम में कईं ऐसे युवा खिलाड़ी नजरअंदाज कर दिए गए जो पिछले कुछ सालों से लगातार शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया का दरवाजा खटखटा रहे हैं, लेकिन यहां दरवाजा खोलने वाला आंखें मूंदकर बैठा है।

सरफराज के आंकड़े रहे हैं जबरदस्त, कहीं नहीं ठहरते ऋतुराज और यशस्वी

इन्हीं खिलाड़ियों में एक नाम है मुंबई के सरफराज खान (Sarfaraz Khan), इस बल्लेबाज ने क्रिकेट जगत में सर्वकालिन इतिहास के सबसे बड़े बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन के अंदाज में बल्लेबाजी की है। जिन्होंने पिछले 3 रणजी सीजन में रनों का अंबार लगाया है। अपने रणजी करियर की केवल 54 पारियों में 13 शतक और करीब 80 की औसत से रन बना रहे सरफराज को एक बार फिर से नजरअंदाज कर दिया गया। अगर हाल के ही रणजी सत्र की बात करें तो इस 24 वर्षीय बल्लेबाज ने 6 मैचों की महज 9 पारियों में 92.66 की औसत से 556 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 3 शतक और 1 अर्धशतक लगाया।

वहीं सरफराज की तुलना में चयनकर्ताओं ने ऋतुराज गायकवड़ (Ruturaj Gaikwad) और यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) को मौका दे दिया। यशस्वी और ऋतुराज ने इसी साल खेले गए आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन रणजी क्रिकेट में ये दोनों ही खिलाड़ी सरफराज के आगे कहीं नहीं टिकते हैं। जिसमें अगर सरफराज के ओवरऑल करियर को देखे तो उन्होंने 79.65 की औसत से 37 मैचों की 54 पारी में 3505 रन बनाए हैं, तो वहीं ऋतुराज ने 28 मैच की 47 पारियों में 42.19 की औसत से 1941 रन बनाए। यानी अंतर आप खुद देख सकते हैं।

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अब 2022-23 के रणजी सत्र में सरफराज, ऋतुराज और यशस्वी तीनों के ही आंकड़ों पर गौर करें तो यहां पर जहां ऋतुराज ने 4 मैच में 52 की औसत से 364 रन, यशस्वी ने 5 मैचों में 45 की एवरेज ने 315 रन और सरफराज ने 6 मैच में 92.66 की औसत से 556 रन बनाए हैं।

अभिमन्यू ईश्वरन के प्रदर्शन पर भी मूंद ली गई हैं आंखें

केवल सरफराज ही नहीं बल्कि बंगाल के युवा बल्लेबाज अभिमन्यू ईश्वरन (Abhimanyu Easwaran) भी घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बना रहे हैं। जिन्होंने इस रणजी सीजन में 8 मैचों में 66.50 की औसत से 798 रन बनाए हैं। ना केवल इस सत्र में बल्कि ईश्वरन का बल्ला पिछले कुछ सालों से लगातार रन उगल रहा है। जिन्होंने अपने फर्स्ट क्लास करियर में 87 मैचों में करीब 48 की औसत से 6556 रन बनाए हैं, जिसमें 22 शतक भी लगाएं हैं।

सालों से दिख रहा है जलज का जलवा, सेलेक्शन के लिए अब क्या करें वो?

एक और खिलाड़ी है जलज सक्सेना (Jalaj Saxena)… इंदौर के इस खिलाड़ी ने घरेलू क्रिकेट में प्रथम श्रेणी मैचों में एक जबरदस्त ऑलराउंडर की भूमिका अदा की है। उन्होंने मध्यप्रदेश की टीम से लेकर केरल तक के लिए रणजी के रण में अपनी काबिलियत दिखायी जहां उन्होंने अब तक अपने करियर में 133 प्रथम श्रेणी मैचों में करीब 35 की औसत से 6567 रन बनाने के साथ ही 410 विकेट झटके हैं। इस हैतरअंगेज ऑलराउंड खेल के बाद भी वो आज तक भारतीय टीम के लिए कोई टेस्ट मैच नहीं खेल सके हैं।

बीसीसीआई बताएं, क्या है भारतीय टीम में आने के लिए चयन का आधार?

इन तमाम खिलाड़ियों के आंकड़ों और चयन प्रक्रिया को देखकर तो टीम इंडिया में सेलेक्शन के लिए क्या आधार रखा गया है। आखिर बीसीसीआई और सेलेक्टर क्या बात देखकर टेस्ट टीम का चयन करते हैं पता ही नहीं चल पा रहा है। इस पूरी स्थिति को देखकर तो हर कोई एक सुर में पूछ रहा है कि अब टीम इंडिया की टेस्ट स्क्वॉड में भी जगह बनाना आईपीएल आधार रह गया है, या रणजी का कुछ महत्व बाकी है।

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