Team India: भारत में खेले जा रहे आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 में मेजबान टीम इंडिया ने खिताबी जंग में अपना कदम रख दिया है। बुधवार को मुंबई में खेले गए पहले सेमीफाइनल मैच में रोहित शर्मा एंड कंपनी ने न्यूजीलैंड को 70 रनों से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया। जिसके बाद अब हर किसी की नजरें 19 नवंबर को अहमदाबाद में होने वाले टाइटल डिसाइडर मैच पर है।
अब तक वर्ल्ड कप फाइनल में टीम इंडिया का प्रदर्शन
भारतीय क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड कप के 48 साल और 13 इवेंट में चौथी बार फाइनल मैच में जगह बनायी है। इस बार भारतीय टीम की नजरें खिताबी हैट्रिक पर हैं। भारत के वर्ल्ड कप फाइनल मैच में जगह बनाने के बाद से इस बारे में चर्चा चल रही है, इसी बीच चलिए आपको बताते हैं भारत का अब तक वर्ल्ड कप फाइनल मैच में रहा है कैसा प्रदर्शन
2011 वर्ल्ड कप में महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीता टाइटल
भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 2011 में अपने घर में ही इतिहास दोहराया, जब महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने वनडे वर्ल्ड कप के खिताब को दूसरी बार अपने नाम किया। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत के सामने खिताबी जंग के लिए श्रीलंका की टीम थी। इस मैच में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए माहेला जयवर्धने के शानदार 103 रन की पारी की मदद से 50 ओवर में 6 विकेट पर 274 रन बनाए। इसके बाद भारतीय टीम ने गौतम गंभीर के 97 रन और महेन्द्र सिंह धोनी के 91 रनों की पारियों की मदद से दुनिया अपनी मुठ्ठी में कर ली। भारत ने इस मैच को 6 विकेट से जीतकर ऐतिहासिक सफलता हासिल की।
2003 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया से मिली थी मात
सौरव गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम साल 2003 के वर्ल्ड कप में फाइनल में पहुंचा। टीम इंडिया ने यहां तक बहुत ही शानदार प्रदर्शन कर सफर तय किया था। जिसके बाद फाइनल में ऑस्ट्रेलिया जैसी अजेय टीम से मुकाबला था। जॉहानिसबर्ग में खेले गए फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया ने रिकी पोंटिंग के विस्फोटक 140 रनों के दम पर 50 ओवर में 2 विकेट पर 359 रन का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया था। जिसके बाद भारतीय टीम की बल्लेबाजी इस बड़े स्कोर के बोझ तले दब गई और पूरी टीम 39.2 ओवर में 234 के स्कोर पर सिमट गई और ऑस्ट्रेलिया ने मैच को 125 रन से जीतकर भारत के फाइनल जीतने के सपने को तोड़ दिया। टीम इंडिया के लिए वीरेन्द्र सहवाग ही कुछ प्रतिरोध कर पाए, जिन्होंने 81 गेंद में 82 रन बनाए।
1983 वर्ल्ड कप में कपिल देव की सेना ने रचा था इतिहास
वर्ल्ड कप की शुरुआत 1975 में होने के बाद तीसरा इवेंट 1983 में इंग्लैंड में खेला गया। इस वर्ल्ड कप में हर किसी को हैरान करते हुए कपिल देव की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने फाइनल में जगह बनायी। फाइनल मैच में वेस्टइंडीज की बेजोड़ टीम के खिलाफ भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 54.4 ओवर में 183 रन बनाए। भारत के लिए के श्रीकांत ने सर्वाधिक 38 रन का योगदान दिया। तो वहीं विंडीज के लिए एंडी रोबर्ट्स ने 3 विकेट झटके। इसके बाद कपिल देव की सेना ने इतिहास रचते हुए वेस्टइंडीज की भारी भरकम दिग्गजों से लेस टीम को केवल 140 के स्कोर पर ढ़ेर करते हुए इतिहास रच दिया। भारत ने इस मैच को 43 रन से जीतकर विश्व चैंपियन बनने में सफलता हासिल की। भारत के लिए मदन लाल और मोहिंदर अमरनाथ को 3-3 विकेट मिले। वेस्टइंडीज के लिए विव रिचर्ड्स ने 28 गेंद में 33 रन बनाए।