ICC WC 2023: वनडे क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय क्रिकेट टीम चौथी बार फाइनल मैच में उतरी है। भारत ने रोहित शर्मा की कप्तानी में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए फाइनल मैच खेलने का मौका हासिल किया है। लेकिन फाइनल मैच में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट से हराकर खिताब से फिर वंचित कर दिया है। इसके साथ ही एक बार फिर से इंडिया का वर्ल्ड कप जीतने का सपना धरा के धरा रह गया।
4 फाइनल, 4 कप्तान, कैसा रहा प्रदर्शन?
किसी भी टूर्नामेंट के बड़े मैच में कप्तान का प्रदर्शन भी काफी मायने रखता है। ऐसे में हर कोई जानना चाहता होगा कि अब तक के भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तानों का वर्ल्ड कप के फाइनल मैचों में कैसा प्रदर्शन रहा होगा। तो चलिए आज हम इस आर्टिकल में आपको बताते हैं टीम इंडिया के कप्तानों का कैसा रहा है वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में खुद का प्रदर्शन
रोहित शर्मा 47 रन (31 गेंद)– वर्ल्ड कप 2023
आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल मैच अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में खेला गया। इस मैच में टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे रोहित शर्मा ने एक बार फिर से जबरदस्त पारी खेली। हिटमैन ने इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए फाइनल मैच में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 31 गेंदों का सामना कर 47 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 4 चौके और 3 छक्के लगाए। लेकिन टीम इंडिया को इस मैच में उनकी पारी जीत नहीं दिला सकी और भारत को 6 विकेट से हारकर निराश होना पड़ा।
महेन्द्र सिंह धोनी 91 रन (79 गेंद)– वर्ल्ड कप 2011
भारतीय क्रिकेट टीम के 2011 वनडे वर्ल्ड कप के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को कोई नहीं भूल सकता है। इस लीजेंड कैप्टन की अगुवायी में टीम इंडिया ने 2011 के वर्ल्ड कप को अपने नाम किया था। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में इस फाइनल मैच में भारतीय टीम को कप्तान धोनी की मैच विनिंग पारी से ही खिताब जीतने में मदद मिली थी। यहां धोनी ने जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए 79 गेंद में 8 चौके और 2 छक्कों से मिलकर उन्होंने 91 रनों की नाबाद पारी खेली थी। इस मैच में श्रीलंका ने भारत को 275 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसे टीम इंडिया ने 48.4 ओवर में 4 विकेट खोकर हासिल करते हुए 6 विकेट की जीत दर्ज की थी।
सौरव गांगुली 24 रन (25 गेंद)– वर्ल्ड कप 2003
अफ्रीका महाद्वीप में खेले गए 2003 के वर्ल्ड कप को भी कोई नहीं भूल सकता है, जब भारतीय टीम इतिहास रचने से चूक गई। दक्षिण अफ्रीका के जॉहानिसबर्ग में खेले गए इस मैच में टीम इंडिया के कप्तान सौरव गांगुली कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके थे और 25 गेंद में 3 चौके और 1 छक्के की मदद से केवल 24 रन बना सके थे। इस मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया ने जीत के लिए 360 रनों का विशाल टारगेट दिया था। लेकिन भारतीय टीम 39.2 ओवर में ही 234 के स्कोर पर ढ़ेर हो गई और मैच को 125 रनों से गंवा दिया।
कपिल देव 15 रन (8 गेंद)– वर्ल्ड कप 1983
वर्ल्ड कप इतिहास में टीम इंडिया को साल 1983 में इंग्लैंड में खेले गए वर्ल्ड कप में पहली बार खिताबी जीत मिली थी। टीम के कप्तान कपिल देव इस वर्ल्ड कप के बाद देश के नायक बने थे। फाइनल मैच भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया था। इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 183 रन का स्कोर ही किया था। लेकिन उस समय की सबसे खतरनाक टीम वेस्टइंडीज को टीम इंडिया के गेंदबाजों ने केवल 140 के स्कोर पर आउट कर 43 रनों से जीत दर्ज कर पहली बार वर्ल्ड कप खिताब अपने नाम किया। कप्तान कपिल देव ने फाइनल मैच में 8 गेंद में 15 रन की पारी खेली थी।