ICC WC 2019 MS Dhoni: धोनी पर लगा मैच फ़िक्स करने का आरोप- 2019 के वर्ल्ड कप में जानबूझकर हुए थे रन आउट

ICC WC 2019 MS Dhoni:  भारतीय क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा क्रिकेटर, सबसे बड़ा कप्तान, पूर्व दिग्गजों से लेकर युवा खिलाड़ियों की पहली पसंद माने जाने वाले महेन्द्र सिंह धोनी ने ना जाने कितनी ही कामयाबी अपनी कप्तानी में दिलायी। जिस कप्तान ने 2007 का टी20 वर्ल्ड कप जीताया, जिसकी अगुवायी में 28 साल के बाद 2011 में वनडे वर्ल्ड कप में इतिहास रचा गया। जिसने 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी का टाइटल जीताया हो, उस दिग्गज कप्तान पर अगर कोई वर्ल्ड कप हराने आरोप लगे तो ये अपने आप चौंकानें वाली बात है।

महेन्द्र सिंह धोनी पर योगराज सिंह ने लगाए सनसनीखेज आरोप

लेकिन महेन्द्र सिंह धोनी पर आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 को हराने के सनसनीखेज आरोप लगा है, जिस खबर ने इंडियन क्रिकेट में तहलका मचा दिया है। भारत के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने 2019 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को सेमीफाइनल में मिली हार को एमएस धोनी के द्वारा जानबूझकर हराने का गंभीर आरोप लगाया है। भारत के पूर्व क्रिकेटर रह चुके योगराज सिंह ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में ये सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। जिसमें उन्होंने ये तक कह दिया कि धोनी नहीं चाहते थे कि उनके अलावा कोई दूसरा कप्तान वर्ल्ड कप जीते।

ICC WC 2019 MS Dhoni
ICC WC 2019 MS Dhoni

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योगराज सिंह ने कहा, धोनी ने जानबूझकर हराया 2019 का वर्ल्ड कप

युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने हैरतअंगेज बयान देते हुए कहा कि, मेरा खून अभी भी खौल रहा है। वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल मुकाबले में धोनी ने जानबूझकर अच्छी बल्लेबाजी नहीं की ताकि भारत कीवी टीम से हार जाए। वह कभी नहीं चाहते थे कि कोई दूसरा कप्तान भारत के लिए विश्व कप खिताब जीते। क्योंकि महेन्द्र सिंह धोनी ने जब 2011 में 28 साल बाद वर्ल्ड कप जीता था वो महेन्द्र सिंह धोनी के नाम ही रहना चाहिए।

धोनी ने जानबूझकर नहीं की अपनी क्षमता के अनुरूप बल्लेबाजी

उन्होंने आगे रवीन्द्र जडेजा के साहस की तारीफ की तो वहीं धोनी पर अपनी क्षमता के अनुरूप नहीं खेलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, रवीन्द्र जडेजा एक छोर से जबर्दस्त साहस दिखा रहे थे और भारत को लक्ष्य के करीब ले जाने की कोशिश कर रहे थे, वहीं धोनी अपनी क्षमता के हिसाब से नहीं खेल रहे थे। अगर वह (धोनी) अपनी क्षमता का 40 प्रतिशत भी खेलते तो हम 48वें ओवर में ही मैच जीत सकते थे।

जिस पिच पर जडेजा इतना अच्छा खेले, वहां पर धोनी क्यों नहीं खेल पाए?

इसके बाद योगराज सिंह ने लॉजिक की बात की जिसमें उन्होंने बताया कि जिस पिच और जिन गेंदबाजों को जडेजा खेल रहे थे, उन्हीं को धोनी खेल रहे थे तो धोनी धीमा क्यों खेले?  इस बात पर आगे कहा कि, लॉजिक की बात करते हैं। जडेजा जब बल्लेबाजी कर रहे थे तो वही गेंदबाज व वही विकेट थे। वह लगातार छक्के-चौके लगा रहे थे, और ये भाई साहब जडेजा से बोले तू मार, पंड्या को बोले तू मार। इन्होंने दो बल्लेबाजों को आउट करवा दिए। अगर जडेजा आकर इस तरह खेल सकता है और वह भी खेलते तो हम 48 ओवर में ही मैच जीत जाते।

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