Heath Streak Death: विश्व क्रिकेट के बड़े ऑलराउंडर्स में शुमार रहे पूर्व जिम्बाब्वे दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी हीथ स्ट्रीक के निधन की खबर पूरी तरह से झूठी निकली। मंगलवार रात से ही उनके निधन की खबरें पूरे जोर-शोर से सोशल मीडिया और मीडिया में छायी रही, लेकिन बुधवार को सुबह उनकी कैंसर से 49 वर्ष की उम्र में निधन होने की खबर पूरी तरह से अफवाह निकली। जिम्बाब्वे के ये पूर्व धाकड़ खिलाड़ी ने कईं दिनों तक कैंसर से जंग लड़ रहा है लेकिन उनकी जान को फिलहाल कोई खतरा नहीं है।
जिम्बाब्वे के पूर्व दिग्गज हीथ स्ट्रीक के निधन की खबर निकली झूठी
जिम्बाब्बे क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और सबसे महान खिलाड़ियों में से एक रहे हीथ स्ट्रीक पिछले काफी समय से कैंसर की बीमारी से संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन वो फिलहाल पूरी तरह से सुरक्षित हैं। उनके निधन की खबरें उनके पूर्व साथी रहे हेनरी ओलंगा के एक ट्वीट के बाद आयी। जिसमें हेनरी ओलंगा ने मौत की पुष्टी की, जिसके बाद तो ट्वीटर पर कईं दिग्गजों ने हीथ स्ट्रीक को श्रंद्धांजलि देना भी शुरू कर दिया था।
लेकिन अब खुद ओलंगा ने ही ट्वीट कर इस खबर को अफवाह बताया। उन्होंने लिखा कि, “मैं पुष्टि कर सकता हूं कि हीथ स्ट्रीक के निधन की अफवाहों को बहुत बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। मैंने अभी उससे बात की है। थर्ड अंपायर ने उन्हें वापस बुला लिया है। वह बहुत जिंदादिल हैं दोस्तों।”
हीथ स्ट्रीक रहे हैं बड़े ऑलराउंडर्स में शामिल, करीब 5 हजार रन और 450 से ज्यादा विकेट झटके
इस धाकड़ खिलाड़ी ने अपने देश की क्रिकेट टीम के लिए 12 साल तक प्रतिनिधित्व किया, इस दौरान उन्होंने अपने ऑलराउंडर प्रदर्शन के बूते विश्व क्रिकेट के दिग्गज ऑलराउंडर्स के बीच जगह बनायी थी। उन्होंने 1993 से 2005 के बीच टेस्ट और वनडे मैचों को मिलाकर 250 से भी ज्यादा मैच खेले हैं।
हीथ स्ट्रीक की बात करें तो उन्होंने जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के लिए 65 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने बल्लेबाजी में 1990 रन बनाएं तो वहीं मध्यम गति की गेंदबाजी से 216 विकेट झटके। तो वहीं वनडे क्रिकेट में उन्होंने 189 मैच खेले, इसमें उन्होंने 2943 रन बनाने के साथ ही 239 विकेट अपने खाते में किए। यानी वो इंटरनेशनल क्रिकेट में 450 से भी ज्यादा विकेट लेने में कामयाब रहे। हीथ स्ट्रीक ने 21 टेस्ट और 68 वनडे मैचों में कप्तानी भी की।
आईपीएल में भी दी है अपनी सेवाएं
जिम्बाब्वे के इस दिग्गज ने वैसे आईपीएल के अस्तित्व में आने से पहले ही रिटायरमेंट ले लिया था, ऐसे में वो बतौर प्लेयर तो लीग का हिस्सा नहीं बन सके, लेकिन उन्होंने बतौर सपोर्टिंग स्टाफ या कोच के तौर पर आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स और 2016-17 में शामिल हुई गुजरात लॉयंस के लिए कोचिंग स्टाफ का हिस्सा रहे।