Ambati Rayudu:  संन्यास के बाद अंबाती रायडू पहली बार खुलकर बोले, बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष पर लगाया करियर बर्बाद करने का सनसनीखेज आरोप

Ambati Rayudu:  भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व बल्लेबाज अंबाती रायडू (Ambati Rayudu) ने पिछले ही महीनें अपने करियर को अलविदा कह दिया है। आईपीएल के 16वें सीजन के खिताबी मुकाबले से पहले इस दिग्गज बल्लेबाज ने संन्यास का ऐलान कर दिया था, जिसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स के 5वीं बार चैंपियन बनने के साथ ही उन्होंने संन्यास ले लिया है। अंबाती रायडू 37 साल की उम्र में क्रिकेट के मैदान से विदा ले चुके हैं, जिसके बाद अब वो कभी क्रिकेट खेलते हुए नहीं दिखेंगे।

संन्यास के बाद अंबाती रायडू ने तोड़ी चुप्पी, हैरान करने वाला खुलासा

आन्ध्रप्रदेश के इस पूर्व धाकड़ बल्लेबाज ने संन्यास के करीब 15 दिन के बाद ही अपने मन में सालों से दबी बात को जग-जाहिर कर दिया है। जहां उन्होंने चुप्पी तोड़ते हुए अपने करियर को बर्बाद करने में बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष को जिम्मेदार ठहराया है। इतना ही नहीं इस बल्लेबाज ने भारत के पूर्व चीफ सेलेक्टर रहे एमएसके प्रसाद को भी नहीं बख्शा और उन्हें भी 2019 के वनडे वर्ल्ड कप में नहीं चुनने को लेकर खरी-खोटी सुना दी है।

Ambati Rayudu
Ambati Rayudu

ये भी पढ़े- Rohit Sharma: WTC में हार का दिखने लगा है साइड इफेक्ट, रोहित शर्मा की कप्तानी पर गिर सकती है गाज, विंडीज दौरे के बाद होगा फाइनल फैसला

रायडू ने कहा, पूर्व अध्यक्ष शिवलाल यादव ने अपने बेटे के लिए बर्बाद किया करियर

संन्यास के बाद पहली बार अंबाती रायडू खुलकर बोले। उन्होंने TV9 तेलुगु के साथ बातचीत की। जिसमें उन्होंने कहा कि, जब मैं छोटा था, तभी से हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन में राजनीति शुरू हो गई थी। शिवलाल यादव के बेटे अर्जुन यादव को टीम इंडिया से खिलाने के लिए मुझे परेशान किया गया। मैं अर्जुन यादव से बेहतर खेल रहा था, इस कारण उन्होंने मुझे हटाने की कोशिश की।

2003-04 में मुझे किया गया मानसिक रूप से परेशान

इसके बाद अंबाती रायडू ने आगे कहा कि, “मैंने 2003-04 में इंडिया-ए की ओर से बेहतरीन प्रदर्शन किया था। लेकिन 2004 में सेलेक्शन कमेटी बदल गई और शिवलाल यादव के करीबी इसमें शामिल हो गए, इसलिए मुझे मौका नहीं मिला। उन्होंने 4 साल तक किसी को मुझसे बात तक नहीं करने दी। शिवलाल यादव के छोटे भाई ने मुझे गालियां तक दीं। उन्होंने मुझे मानसिक रूप से परेशान करने कोशिश की।“

साथी खिलाड़ियों को मुझसे नहीं करने दी जाती थी बात

“टीम के अन्य खिलाड़ी मुझसे बात नहीं करते थे। बोलने वालों को टीम से बाहर कर दिया गया। उस समय मेरे साथ बहुत भेदभाव किया गया। एक क्रिकेटर को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए खेल के साथ-साथ मानसिक तौर पर भी स्वस्थ होना चाहिए। उस वक्त मैं काफी तनाव में था। इसलिए मुझे हैदराबाद छोड़कर आंध्र प्रदेश जाना पड़ा।“

ये भी पढ़े- OMG: जानिए कैसे 1 गेंद पर बने 18 रन! जो बनी क्रिकेट इतिहास की अब तक की सबसे महंगी गेंद

सेलेक्टर्स ने 2019 वर्ल्ड कप में ऑलराउंडर को चुना इसलिए आया गुस्सा

इसके बाद अंबाती रायडू ने साल 2019 वर्ल्ड कप के दौरान टीम के सेलेक्टर रहे एमएसके प्रसाद पर भी काफी खफा दिखे। जिन्होंने 2019 के वर्ल्ड कप में ना चुनने पर अपनी भड़ास निकाली। रायडू ने इसे लेकर कहा कि, मुझे नंबर-4 पर बल्लेबाजी के लिए तैयार किया गया। अगर मेरी जगह किसी बल्लेबाज को मौका दिया जाता, जैसे अजिंक्य रहाणे को तो मुझे गुस्सा नहीं आता। लेकिन मेरी जगह ऑलराउंडर को चुना गया। इस कारण मैं काफी गुस्सा हो गया था।

इसी वर्ल्ड कप में ना चुने जाने से बाद रायडू का थ्रीडी वाला ट्वीट काफी वायरल हुआ था। जिसे लेकर तात्कालिन सेलेक्टर एमएसके प्रसाद भी नाराज दिखे थे और उन्हें उसके बाद कभी भी टीम में जगह नहीं मिल सकी।

Virat Kohli ने वनडे क्रिकेट में रचा इतिहास, तोड़ा सचिन का रिकॉर्ड एशिया कप के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप-5 बल्लेबाज